आयोजन उद्देश्य


Shaheed Mela Gorakhpur, Brijesh Tripathi, Misra Raahul, Vishaal Mishra, Pradeep Tripathi, Bismil Mela Gorakhpur, Ram Prasad Bismil, Martyr, 1947 Candle March
मान्यवर,
देश को स्वतंत्र कराने में हमारे कांतिकारी भाईयों में व्यक्तिगत शान्ति, सुख-सुविधा त्याग कर अनेकों दिनों तक भूखे रह कर, शरद ऋतु की शीत भरी रातों में बिना पूर्ण वस्त्रों के खुले आसमान के नीचे सो कर अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए या तो शहीद हो गये या गलत मुकदमों में फंसा का फांसी पर चढ़ा दिये गये। ऐसे स्वतंत्रता संग्राम योद्धाओं में पं. राम प्रसाद विस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी एवं अशफॉक उल्ला खाँन को 17 व 19 दिसम्बर 1927 को फांसी पर लटका दिया गया, आरोप था कि उन्होंने "काकोरी काण्ड" में भारत स्वतंत्रता संग्राम के लिए अंग्रेजों का खजाना, असलहा एवं गोला-बारूद (जो वास्तव में हम भारतीयों काही था) को लूट लिया।

गुरुकृपा संस्थान एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के तत्वावधान में महान अमर | शहीद योद्धाओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव 2021 का आयोजन क्रांति सपूतों को श्रद्धांजलि देने हेतु नहीं है क्योंकि क्रांतिकारी बलिदानी कभी मरते नहीं अपितु उनके बलिदान को याद करते हुए युवाओं में देश प्रेम एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना को जागृत कर युवा शक्ति को एकत्रित होकर त्यागी तरूणों का भारत बनाने के लिए प्रेरित करना ही हमारा उद्देश्य है और यही सही अर्थों में अमर बलिदानियों को सच्ची श्रद्धा सुमन होगी क्यों कि क्रांतिकारियों ने ऐसे (आज के) भारत के लिए अंग्रेजों से लड़ाई नहीं लड़ी थी। आज हम अपने भोग विलासिता एवं एकाकी जीवन में इतने व्यस्त हो गये हैं कि स्वतंत्रता का अनुभव कराने वालों को हम लगभग भूल चुके हैं। आइये हम सब संकल्प लें कि हम अमर बलिदानियों के सपनों का हिन्दुस्तान बनायेंगे।

पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव 2021 के सफल आयोजन के लिए आपके सहयोग एवंसहभागिता के आकांक्षी।

जयहिन्द !

विशेष आकर्षण


बलिदानियों को समर्पित इस मेले की विशेषता यह है कि गुरूकृपा संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र, गोरखपुर के द्वारा चलाए जा रहे सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन, मेंहदी, ढोलक, हॉबी कोर्स, फैब्रिक पेन्टिग एवं कम्प्यूटर में निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बालिकाओं/महिलाओं के द्वारा स्वनिर्मित कपड़े, सलवार, सूट फ्रॉक, गुड़िया, पेन्टिग एवं सिनरी इत्यादि की प्रदर्शनी लगायी जायेगी। संस्था ने 12 वर्षों में 11000 बालिकाओं को प्रशिक्षण दे कर आत्मनिर्भर बनाया, जिसमें 4061 महिलाओं ने स्वरोजगार के द्वारा परिवार को आर्थिक संबल प्रदान कर रही हैं। साक्षरता मिशन स्कूल में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे जरूरतमंद बच्चों के हाथ में मेले के आयोजन की व्यवस्था होगी। संसाधन के अभाव में घुमंतू रहे साक्षरता मिशन स्कूल के बच्चे शिक्षित होकर देश के शैक्षणिक विकास में योगदान देने के लिए अग्रसर है। संस्था ने साक्षर हुए मेधावी बच्चों को उच्च शिक्षा हेतु स्कूल में नामांकन कराया जहाँ पर वह वर्तमान में अध्यनरत हैं।
Shaheed Mela Gorakhpur, Brijesh Tripathi, Misra Raahul, Vishaal Mishra, Pradeep Tripathi, Bismil Mela Gorakhpur, Ram Prasad Bismil, Martyr, 1947 Candle March